नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
महाशिवरात्रि पर करें राशिनुसार रुद्राभिषेक, जानिए इस शुभ पर्व का महत्व
एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥
सांचों थारो नाम हैं सांचों दरबार हैं - भजन
शिव के चरणों में मिलते हैं सारी तीरथ चारो धाम
श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।
भजन: शिव शंकर को जिसने पूजा उसका ही उद्धार हुआ
त्रयोदशी ब्रत करे हमेशा। तन नहीं ताके रहे कलेशा॥
देवन जबहीं जाय पुकारा। तब more info ही दुख प्रभु आप निवारा॥
पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥
शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥
त्रयोदशी ब्रत करे shiv chalisa lyricsl हमेशा। तन नहीं ताके Shiv chaisa रहे कलेशा॥
पूजन रामचंद्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥
नमो नमो जय नमो शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥